Sad Love Shayari For Boys | अकेलेपन के साथ दुःखभरी शायरियाँ
अकेलापन, एक ऐसा एहसास जो कभी-कभी हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है जो हमारी खुशियों को सन्नाटे में बदल देता है। अकेलेपन का दर्द को शब्दों में बयान करना आसान नहीं होता, लेकिन शायरी इस गहरे एहसास को खूबसूरती से बयां करती है।
इस ब्लॉग में हम आपके लिए Alone Sad Shayari लेकर आए हैं, जो न केवल आपके इमोशन को आवाज़ देगी बल्कि आपको इस एहसास में अकेला महसूस नहीं होने देगी।
मुझे आज भी याद है तुम्हारा वो
मुझसे पहली बार बात करना..
गम बहुत है खुलासा कौन करे..
मुस्कुरा देता हूँ यूँ ही तमाशा कौन करे..
खामोशी बेहिसाब नहीं होती
दर्द आवाज, छिन लेती है..
किसी को तो पसंद आएगी नादानियाँ मेरी..
अब सारा शहर समझदार तो नही..
गहराईयाँ, इश्क की किसे पता है,
जो डूबा है अजी वही लापता है..
तुमसे एक बार फिर मिलना हैं..
हां बिल्कुल पहली बार की तरह..
बात सिर्फ एहसास की है
बिन छुए भी बहुत बार महसूस किया है मैने तुम्हें..
सफर तुम्हारे साथ बहुत छोटा रहा..
मगर तुम यादगार हो गए उम्र भर के लिए..
चल फिर कोशिश करूँ कि
तुझ बिन जी सकूँ..
पता तो मुझे भी था कि लोग बदल जाते हैं..
पर मैंने कभी तुम्हें उन लोगों में गिना ही नहीं..
कभी कभी वक्त के साथ,
सब ठीक नहीं.. सब खत्म हो जाता है..
जितना मैंने उसे मनाया है,
उतना तो मैंने कोई त्योहार भी नहीं मनाया..
उसके दिल में जरूरतें थी इसलिये पूरी हो गई,
अगर मोहब्बत होती तो आज भी होती..
जिस दिन समझोगे,
उस दिन ढूंढोगे..
एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे पास,
वरना अकेले में कोन मुस्कुराता है..
‘ठीक नहीं हूँ मैं’ कहने के लिए कोई ‘खास’ चाहिए होता है.. वरना कोई पूछे ‘कैसे हो’ ‘अच्छा हूं’ कहना पडता है..
अजीब लोग हैं..
खुशिया छीन कर कहते है खुश रहो..
जो हर किसी का हो जाए,
उसका न होना ही बेहतर है..
अच्छा नहीं होता ज्यादा
अच्छा होना भी..
नाराज हो के देख लिया मैंने,
लोग छोडना पसंद करेंगे पर मनाना नहीं..
तुझे पाना जरूरी नहीं है
तेरा होना ही काफी है..
मोहब्बत में, मैं सबकुछ लुटाया हूं साक़ी
अब मुर्शिद पूछ रहा है कि,
तूने उसके सिवा और खोया क्या है