सांड को गुस्सा रंग से आता है या हरकत से? जानिए वैज्ञानिक सच्चाई
अगर आपने कभी बुलफाइटिंग (सांड की लड़ाई) देखी हो, तो आपने गौर किया होगा कि मैटाडोर (बुलफाइटर) एक लाल रंग का कपड़ा लहराता है और सांड पूरी ताकत से उसकी ओर भागता है। लेकिन क्या सच में सांड को लाल रंग गुस्सा दिलाता है? या यह सिर्फ एक पुरानी धारणा है?
सांड को लाल रंग से गुस्सा आता है या यह सिर्फ एक भ्रम है?
हम सभी ने स्कूल में पढ़ा था कि कुछ जानवर रंगों को अलग-अलग तरह से पहचानते हैं, लेकिन सांड के मामले में यह कहानी और भी दिलचस्प है! विज्ञान के अनुसार, सांड रंगों को ज्यादा अच्छे से पहचान ही नहीं सकते! जी हां, यह सुनकर आपको झटका लग सकता है, लेकिन सांड वास्तव में कलर ब्लाइंड होते हैं।
तो फिर लाल रंग से इतना गुस्सा क्यों?
असल में, सांड को गुस्सा लाल रंग से नहीं बल्कि उस कपड़े की लहराने वाली हरकत से आता है! जब मैटाडोर अपना लाल कपड़ा (जिसे मुलेटा कहते हैं) लहराता है, तो सांड हिलते हुए कपड़े को देख गुस्से में आकर दौड़ पड़ता है।
वैज्ञानिकों ने क्या साबित किया?
वैज्ञानिकों ने एक रोचक प्रयोग किया –
उन्होंने सांड के सामने तीन अलग-अलग रंगों (लाल, नीला और सफेद) के कपड़े लटकाए और ध्यान से देखा कि सांड किस पर हमला करता है।
नतीजा चौंकाने वाला था!
सांड ने सिर्फ उन कपड़ों पर हमला किया जो हिलाए जा रहे थे, बाकी कपड़ो को देख कोई हरकत नहीं की क्योंकि वो किसी तरह का कोई मोमेंट्स नहीं कर रहे थे । इससे साफ पता चलता है कि सांड को गुस्सा किसी खास रंग से नहीं, बल्कि उस चीज़ से है जो मूवमेंट कर रहा होता हैं।
क्या लाल रंग सिर्फ एक नाटक है?
अब सवाल यह उठता है कि अगर सांड को लाल रंग से फर्क नहीं पड़ता, तो बुलफाइटिंग में लाल कपड़ा ही क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
इसका जवाब बहुत सिंपल है – ड्रामा और स्टाइल!
लाल रंग देखने में ज्यादा आकर्षक लगता है।
लड़ाई के दौरान सांड के गुस्से से लगने वाली धूल और खून लाल रंग पर ज्यादा दिखाई नहीं दिखता है।
लाल रंग को गुस्से और जोश का प्रतीक माना जाता है, जिससे यह पूरी लड़ाई और रोमांचक लगती है। यही वजह है कि बुलफाइटिंग में लाल रंग का कपड़ा ही इस्तेमाल किया जाता है, जबकि असल में सांड को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह लाल है, पीला है या नीला!
सांड को गुस्सा किस रंग से आता है?
अगर अगली बार कोई आपसे पूछे कि “सांड को कौन सा रंग गुस्सा दिलाता है?” तो आप जवाब दे सकते हैं – “कोई भी नहीं!”
सांड को गुस्सा लाल, हरे या नीले रंग से नहीं बल्कि हरकतों, उकसाने और माहौल से आता है। लाल रंग सिर्फ एक मिथक (गलतफहमी) है जो सालों से चली आ रही है!
अब बताइए, क्या आपको पहले ये बात पता थी? कमेंट में जरूर बताएं!