नेपोलियन हिल की सफलता और सघर्ष की कहानी Nepoliyan Hill Ki Life Story

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नेपोलियन हिल

नेपोलियन हिल बीसवीं सदी के एक महान् लेखक थे जिनका जन्म सन् 1883 में वर्जीनिया में हुआ । उन्होंने बीस वर्षों से अधिक समय यह जानने में बिताया कि कुछ लोग क्यों सफल होते हैं! उन्होंने इस विषय पर कई पुस्तकें भी लिखीं। नेपोलियन हिल बीसवीं सदी के बड़े व्यवसायियों के सलाहकार, लेक्चरर और लेखक के रूप में सफल तथा लंबा कॅरियर बिताने के बाद सन् 1970 में उन्होंने दुनिया से विदा ली। 

उन्हें ‘सोचो और धनी बनो’ किताब का लेखन किया, जो पुस्तक सार्वकालिक बेस्टसेलर साबित हुई। दुनिया भर में इस पुस्तक की डेढ़ करोड़ कॉपियां बिक चुकी हैं। उन्होंने अपने जीवन काल में प्रबंधन, मानवीय संबंध और कॅरियर योजना पर कई पुस्तकें और लेख लिखे हैं। उनकी पुस्तकों में प्रसिद्ध हैं – ‘दि कंप्लीट ईडियट्स गाइड टू मैनेजिंग पीपल’ और ‘द कंप्लीट ईडियट्स गाइड टू टीम बिल्डिंग’ ।



 नेपोलियन हिल के अनुसार, सफलता के दस नियम इस प्रकार हैं-

नियम 1. लक्ष्य निर्धारित करना 

नेपोलियन के अनुसार जो लोग लक्ष्य निर्धारित रखते हैं, वे जीवन में सफल होते हैं; क्योंकि वे जानते हैं कि वे कहाँ जा रहे हैं। जिन लोगों के जीवन में लक्ष्य होता है, वे ध्यान केंद्रित रखकर अपना काम करते हैं जिसके कारण वे सही दिशा में आगे बढ़ते हैं।

नियम 2. स्वयं पर विश्वास

जिन लोगों ने भी सफलता पाई है, वे स्वयं पर विश्वास रखते हैं।वे इस बात की चिंता नहीं करते हैं कि दूसरे लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं या क्या कहते हैं।

नियम 3. रचनात्मकता या क्रेटिविटी

सफल लोगों में रचनात्मकता या क्रिएटिविटी पाई जाती है या जो लोगों क्रेटिव होती है, वे सफल होते हैं। ये लोग हर कार्य को नए और बेहतर तरीके से करना पसंद करते हैं। यही कारण है कि वे दूसरों से आगे निकल जाते हैं।

नियम 4. स्पष्टता

जिन लोगों की सोच स्पष्ट और साफ होती है, वे सफल होते हैं। स्पष्ट सोच रखने वाले लोग ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर पाते हैं। इस कारण वे सही दिशा में आगे बढ़ते हैं और सफल होते हैं।

नियम 5. गलतियों से सीखना

नेपोलियन कहते है कि सफल लोग अपनी गलतियों से सीखते हैं। उन्हें आप कभी निराश नहीं देखेंगे। वे हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करते रहते हैं। यदि आप अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं तो गलतियों से जरूर सीखें।

नियम 6. उत्साह या जोश

उत्साह सफलता की चाबी है जो लोग उत्साहित रहते हैं, वे अपने कार्यों को बेहतर तरीके से करते हैं। जिन लोगों में उत्साह नहीं होता है, वे लोग अपने कार्यों को आधे-अधूरे मन से करते हैं। जीवन में सफलता के लिए उत्साहित होकर कार्य करें।

नियम 7. अनुशासन

सफल लोगों में अनुशासन होता है वे अपने कार्यों को तय समय पर करते हैं जिसके कारण वे अपने कार्यों को कल पर टालते नहीं हैं। समय पर कार्य करना उन्हें दूसरों से आगे रखता है।

नियम 8. हार नहीं मानना

नेपोलियन हिल कहते हैं कि हार मानने वाले लोग अक्सर कभी सफल नहीं होते और सफल लोग कभी हार नहीं मानते। यदि जीवन में सफल होना है तो कभी हार नहीं माननी चाहिए और लगातार आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना चाहिए।

नियम 9. सकारात्मक रहना

अगर आपन सफ़ल होना चाहते है तो आपकी सोच हमेशा सकारात्मक होनी चाहिए और नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए। प्रतिदिन कुछ मोटिवेशनल पढ़ना चाहिए।

नियम 10. मनुष्य अपने भाग्य का विधाता स्वयं है

यदि मनुष्य चाहे तो असंभव को संभव कर सकता है। आपका भाग्य, आपके कर्म सिद्धांत, दूसरों की सहायता – ये सब अपनी जगह पर सही हो सकते हैं; लेकिन यह भी सत्य है कि मनुष्य अपनी संकल्प-शक्ति के सहारे भाग्य को भी बदल सकता है। बहुतों ने ऐसा कर दिखाया है और बहुत लोग आज कर रहे हैं तथा आगे भी करेंगे। सब कुछ आपके अंदर है। अनंत शक्तिवाली सत्ता आपके अंदर निवास करती है। क्या फिर आपको किसके सहारे की जरूरत है? इसलिए उस कार्य में लग जाइए, जिसे आप करना चाहते हैं।

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