भारतीय 2000 रुपये का नोट क्यों बंद हुए? जानिए
भारत में एक समय अंतराल के बाद पुराने और नए नोटों का आना-जाना कोई नई बात नहीं है। सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) समय-समय पर नए नोट लाते हैं और कुछ पुराने नोटों को बंद कर देते हैं। 2000 रुपये का नोट भी ऐसा ही एक नोट था, जिसे 2016 में लाया गया और 2023 में बंद कर दिया गया। आइए इस नोट के बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारतीय 2000 रुपये का नोट कब और क्यों आया?
8 नवंबर 2016 को सरकार ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया इस फैसले को नोटबंदी कहा गया। इसका मकसद काले धन पर रोक लगाना और नकली नोटों को खत्म करना था।
इसी के बाद 10 नवंबर 2016 को 2000 रुपये का नया नोट जारी किया गया इसका मुख्य उद्देश्य बाजार में नकदी की कमी को जल्दी से पूरा करना था क्योंकि यह ज्यादा मूल्य का था, इसलिए इससे पैसे की सप्लाई तेज़ी से की जा सकती थी।
भारतीय 2000 रुपये के नोट की खासियत
1. रंग और डिज़ाइन
- यह नोट गुलाबी-बैंगनी रंग का था।
- इसके आगे महात्मा गांधी की तस्वीर थी।
- पीछे मंगलयान की तस्वीर थी, जो भारत की अंतरिक्ष में सफलता को दिखाता था।
2. सुरक्षा फीचर्स
- 2000 का अंक जब नोट को तिरछा किया जाता था, तो चमकता था।
- नोट में एक सिक्योरिटी धागा था, जो रोशनी में हरा से नीला हो जाता था।
- दृष्टिहीन लोगों के लिए ब्रेल निशान थे।
भारतीय 2000 रुपये का नोट क्यों बंद हुआ?
19 मई 2023 को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि 2000 रुपये का नोट अब प्रचलन में नहीं रहेगा। सरकार ने इसे वापस लेने का फैसला कई कारणों से किया, जिनमें मुख्य रूप से इसका कम उपयोग, काले धन की समस्या, छोटे नोटों की बढ़ती जरूरत और नकली नोटों का बढ़ता चलन शामिल थे। आइए इन कारणों को विस्तार से समझते हैं।
1. कम इस्तेमाल
2000 रुपये का नोट शुरू में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय था, लेकिन धीरे-धीरे इसका उपयोग कम हो गया।
छोटे दुकानदार और व्यापारी इसे लेने में हिचकिचाते थे क्योंकि खुले पैसे लौटाने में दिक्कत होती थी।
आम जनता ने 500, 200 और 100 रुपये के नोटों का ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे बाजार में इसका लेन-देन कम होता गया, जिससे यह सरकार के लिए अनावश्यक हो गया।
2. काले धन और अवैध लेन-देन
सरकार को लगा होगा कि इन नोटो का इस्तेमाल बड़े मूल्यवर्ग के नोट अक्सर काले धन और गैरकानूनी गतिविधियों में ज्यादा इस्तेमाल हो सकता हैं।
एक ये भी कारण भी हो सकता है कि नकदी में रिश्वत देने और बड़ी रकम छिपाने में इस नोट का काफी इस्तेमाल हो रहा होगा ।
सरकार ने इसे बंद करने का फैसला किया ताकि भ्रष्टाचार और काले धन पर नियंत्रण लगाया जा सके।
3. छोटे नोटों की बढ़ती जरूरत
जब 2000 रुपये का नोट लाया गया था, तब उसका उद्देश्य नोटबंदी के बाद जल्दी से नकदी की उपलब्धता बढ़ाना था लेकिन बाद में ₹500 और ₹200 के नोटों की अधिक छपाई होने लगी और लोग इन्हीं का ज्यादा उपयोग करने लगे। छोटे नोटों से लेन-देन करना आसान होता है, जिससे दुकानदारों और आम लोगों को कोई परेशानी नहीं होती।
सरकार ने महसूस किया कि अब 2000 रुपये के नोट की जरूरत नहीं है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया।
4. नकली नोटों का बढ़ता चलन
बड़े मूल्य के नोटों में नकली नोटों का खतरा अधिक होता है जिससे 2000 रुपये के नकली नोट बाजार में बढ़ने लगे थे, जिससे आम जनता को नुकसान होने की आशंका थी।
भले ही सरकार ने इस नोट में सुरक्षा फीचर्स डाले थे, लेकिन जालसाजों ने इसकी नकल करना शुरू कर दिया।
नकली नोटों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने 2000 रुपये के नोट को बंद करने का फैसला लिया।
2000 रुपये का नोट बंद होने की आधिकारिक घोषणा
19 मई 2023 को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि अब 2000 रुपये के नए नोट नहीं छापे जाएंगे और पुराने नोटों को धीरे-धीरे प्रचलन से हटा दिया जाएगा।
लोगों को 31 अक्टूबर 2023 तक बैंक में जाकर अपने 2000 रुपये के नोटों को छोटे नोटों में बदलने का मौका दिया गया।
इसके बाद, कुछ चुनिंदा RBI शाखाओं में 2000 रुपये के नोटों को बदलने की सुविधा दी गई।
2000 रुपये का नोट 2016 में नोटबंदी के बाद नकदी की समस्या दूर करने के लिए लाया गया था लेकिन धीरे-धीरे इसका उपयोग घटने लगा और यह काले धन, अवैध लेन-देन और नकली नोटों के मामलों में इस्तेमाल होने लगा। इसलिए सरकार ने इसे बंद कर दिया और अब भारतीय अर्थव्यवस्था में छोटे नोटों और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। अगर आपके पास अभी भी 2000 रुपये का नोट है, तो इसे जल्द से जल्द बैंक में जाकर बदलवा लें।
अब इन भारतीय 2000 रुपये का नोट क्या करें?
अगर आपके पास अभी भी 2000 रुपये का नोट है, तो आप इसे बैंक में जाकर 500, 200 या 100 रुपये के नोटों में बदल सकते हैं।
RBI ने इसे 31 अक्टूबर 2023 तक बैंकों में जमा करने की समय सीमा दी थी। हालांकि, कुछ चुनिंदा RBI शाखाओं में इसे अभी भी बदला जा सकता है।