One Line Sad life Quotes In Hindi | इंटरनेट की दुनिया के सबसे बेहतरीन दुःख – भरे वन लाइन कोट्स

Updated On:
---Advertisement---

हमारे जीवन में कई बार ऐसे पल आते हैं जब हमें निराशा और दुख का सामना करना पड़ता है। ये पल हमें हमारे जीवन की वास्तविकता का अहसास कराते हैं और हमें मजबूती से खड़े रहने की मोटिवेशन देते हैं। इस पोस्ट में हम कुछ One Line Sad life Quotes शेयर कर रहे हैं जो आपके दुख भरे पलों को शब्दों में पिरो देंगे। आइए, इन One Line Sad life Quotes पढ़ कर आप अपनी भावनाओ को थोड़ी हलकी कर सकते है |

 

 एक सफ़र है वो, 

 

जिसमें पांव नहीं दिल दुखता है!!

 

 

 

इंसान से ज्यादा,

 इस दुनियां में कुछ भी खतरनाक नहीं है!

 

 

पंसदीदा लोग 

तकलीफ बहुत देते है

 

 

बिना आवाज के रोना, 

रोने से ज्यादा दर्द देता है…

 

 

मेरी जगह तुम होते,

 यकीं करो थक गए होते.

 

 

 
बहुत मुश्किल है मर जाने तक

 

 ज़िंदा रहना।।

 

 

मौत एक बार मारती है

और जिंदगी बार बार

 

 

अकेला थोड़ी हूं,

 मुश्किलें है मेरे साथ !

 

 

एक शोर है मुझमें, 

जो काफी खामोश है।

 

 

लोग साथ नहीं

सबक़ देते है

 

 

सब लोग

अपनी ज़रूरत तक वफ़ादार है..!

 

 

बहुत बुरी तरह तोड़ते है लोग, 

अच्छी तरह जानने के बाद…

 

 

दिलों पे अल्फाज़ नहीं,

 लहजे असर करते है!!

 

 

दब के मर जाओगे जवाबों में,

 पूछना मत कि जिंदगी क्या है…

 

 

मसले तो बहुत है लेकिन, 

Zindagi hai, चलता है..!!

 

 

उदास दिल, उलझी हुई जिंदगी, 

और थके हुए है हम !

 

 

लोगों से दूर, खुद में खोये रहाना, 

ज्यादा अच्छा लगता है।

 

 

कुछ बातें और कुछ यादें,

 अक्सर नींद उडा देती है !!

 

 

दर्द को कोई लिख रहा है, 

तो कोई पढ़ रहा है

 

दर्द सब को है यहां

 

अपनी जरूरत तक 

वफादार है लोग..

 

 

मैं कातिल हूं, 

मेरी ख्वाहिशों का…।

 

 

मैं ने अपने ही दिल का 

बहुत दिल दुखाया है

 

 

जब सब्र आ जाये तो कुछ भी छिन जाये 

फ़र्क़ नहीं पड़ता।

 

 

उलझनों की भीड़ में, 

लापता है जिंदगी….!!

 

 

खैर ! ज़िंदगी जैसी भी हैं 

जीनी तो पड़ेगी…

 

 

पता नहीं क्या बदला है, 

बस अब पहले जैसा कुछ नहीं है।

 

 

कुछ तो बिखरा बिखरा सा है, 

ये ख्वाब है, ख्वाहिश है या मेरा मन

 

 

जिंदगी.. ख्वाइशों से भरी और

दिन.. अज़्मयशो से

 

 

जब दिल दुखता है तो 

ज़बान ख़ुद ही बंद हो जाती है

 

 

जिनसे उम्मीद खत्म हो जाए, 

उनसे फिर शिकायते कहां रहती है…!

 

 

जो नसीब में नहीं होता,

 वो रोने से भी नहीं मिलता

 

 

अकेले रहने का आदी हूँ. 

न फेक हूँ, न फसादी हूँ..

 

 

तमाशा जिंदगी का हुआ, 

कलाकर सब अपने निकले.

 

 

अब बस एक फ़साना, 

किसी को क्या बताना।

 

 

ज़माने को नहीं जिसकी ज़रूरत

 मैं शायद वो ज़रूरी आदमी हूँ

 

 

कुछ तो खोया होगा न मैंने,

जो खोया खोया सा रहता हूं।

 

Leave a Comment