क्या ये सच है कि एक सफेद बाल तोड़ने से कई और सफेद बाल आ जाते हैं – Wellhealthorgnics

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सफेद बालों के कारण और इसे नेचुरल तरीकों से रोकने के आसान तरीके

आज के दौर में सफेद बालों (White Hair) का मसला एक बहुत आम समस्या बन गई है। पहले जहां सफेद बाल उम्र बढ़ने का संकेत माने जाते थे, वहीं अब यह मसला युवाओं में भी काफी देखने को मिलता है। छोटी उम्र में सफेद बालों का आना ना सिर्फ ज़ाहिरी (दिखावटी) मसला बनता है, बल्कि कई बार यह इंसान की आत्म-विश्वास को भी प्रभावित करता है। यह समस्या कई वजहों से हो सकती है और इन वजहों को इस समय जानना और समझना बहुत जरूरी है, ताकि इसे सही समय पर काबू किया जा सके। इसके साथ ही, प्राकृतिक तरीकों से इस समस्या का हल भी मुमकिन है, जिन्हें अपनाकर सफेद बालों को बढ़ने से रोका जा सकता है।

आज के इस समय सफेद बालों के मुख्य कारण

1. Genetics :

विरासती कारण सफेद बालों का सबसे आम और प्रमुख कारण होता है की अगर आपके माता-पिता या दादा-दादी के बाल कम उम्र में सफेद हुए थे, तो इसका असर आपके बालों पर भी हो सकता है। ऐसे मामलों में, बालों का सफेद होना ज्यादातर आनुवांशिक होता है और इसपर काबू पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हालाँकि, सही देखभाल और प्राकृतिक उपायों से इस प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।

2. Stress:

आज की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में तनाव लेना आम हो गया है। लेकिन यह तनाव सिर्फ हमारी मानसिक स्थिति को प्रभावित नहीं करता, बल्कि हमारे बालों पर भी इसका असर साफ देखा जा सकता है। अधिक तनाव लेने से बालों की जड़ों पर नेगटिव असर पड़ता है और बाल कमजोर होकर जल्दी सफेद हो जाते हैं। जब इंसान तनाव में होता है, तो शरीर में कोर्टिसोल (Cortisol) नाम का हॉर्मोन रिलीज होता है, जो बालों की जड़ों को कमजोर करता है और उनकी रंगत (Color) फीकी पड़ जाती है।

3. Nutritional Deficiency:

बालों को पोषण की जरूरत होती है, ठीक वैसे ही जैसे हमारे शरीर के दूसरे हिस्सों को क्योंकि अगर आपकी डाइट में जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटीन की कमी है, तो इसका सीधा असर बालों की सेहत पर पड़ता है। खासकर विटामिन B12, आयरन, कॉपर और प्रोटीन की कमी से बाल जल्दी सफेद हो सकते हैं। बालों के रंग को बनाए रखने के लिए मेलानिन (Melanin) नाम का पिग्मेंट जिम्मेदार होता है, और अगर आपकीं खुराक मे मेलानिन का उत्पादन कम हो जाए, तो बाल सफेद हो जाते हैं।

4. Smoking:

धूम्रपान का नेगेटिव असर सिर्फ फेफड़ों और दिल पर ही नहीं पड़ता, बल्कि यह बालों की सेहत को भी खराब करता है। निकोटिन (Nicotine) बालों की जड़ों को कमजोर कर देता है, जिससे बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं। धूम्रपान यानी स्मोकिंग करने वाले लोगों में सफेद बालों की समस्या सामान्य लोगों की तुलना में बहुत ज्यादा होती है। इसके अलावा, धूम्रपान से हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जो बालों के लिए हानिकारक होते हैं और इनकी प्राकृतिक रंगत को खत्म कर देते हैं।

5. Hormonal Changes:

शरीर में हॉर्मोन्स का असंतुलन भी सफेद बालों का कारण बन सकता है जिनमे खासकर थायरॉइड (Thyroid) की समस्या या पिट्यूटरी ग्लैंड से संबंधित बीमारियाँ बालों की सेहत पर असर डालती हैं। महिलाओं में प्रेग्नेंसी के बाद या मेनोपॉज के दौरान भी हॉर्मोनल बदलाव से बालों का रंग फीका पड़ सकता है। ऐसे में अगर हॉर्मोनल इम्बैलेंस का इलाज समय पर नहीं किया गया, तो बालों का सफेद होना तय हो जाता है।

6. Negligence in Hair Care:

बालों की सही देखभाल ना करना भी इनके समय से पहले सफेद होने का कारण बन सकता है। बालों को ज़रूरी तेल और पोषण नहीं मिलना, या केमिकल्स से भरे शैम्पू और हेयर कलर का बार-बार इस्तेमाल करना बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, बालों को धूप और धूल से बचाने के उपाय न करना भी इन्हें कमजोर बनाता है और सफेद कर देता है।

सफेद बालों को प्राकृतिक तरीकों से रोकने के आसान तरीके

सफेद बालों की समस्या से बचने के लिए कई प्राकृतिक उपाय हैं, जिनका इस्तेमाल करके बालों की प्राकृतिक रंगत को लंबे समय तक बनाए रखा जा सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही असरदार घरेलू नुस्खे:

1. आंवला (Gooseberry):

आंवला बालों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है क्योकि इसमें विटामिन C की प्रचुर मात्रा होती है, जो बालों की सेहत के लिए जरूरी है। आंवले का तेल बालों की जड़ों को मज़बूत बनाता है और सफेद बालों की समस्या को कम करने में मदद करता है। आंवला पाउडर को नारियल तेल में उबालकर बालों पर लगाने से बाल काले और घने होते हैं इसके अलावा आप आंवले का रस भी बालों में नियमित रूप से लगा सकते हैं।

2. मेहंदी (Henna):

मेहंदी एक प्राकृतिक हेयर कलर है, जो बालों को कुदरती तरीके से रंग देती है जिसमे यह सिर्फ बालों को रंगने का काम नहीं करती, बल्कि इन्हें मजबूत और घना बनाने में भी मदद करती है। मेहंदी में शहद या नींबू का रस मिलाकर बालों पर लगाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं और यह बालों को चमकदार और मुलायम भी बनाती है।

3. करी पत्ते और नारियल तेल (Curry Leaves & Coconut Oil):

करी पत्तों में मौजूद गुण बालों की जड़ों को पोषण देते हैं और उन्हें सफेद होने से रोकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए Vकरी पत्तों को नारियल तेल में उबालकर इस मिश्रण को बालों की जड़ों पर लगाने से बालों की काली रंगत बनी रहती है। यह तरीका सफेद बालों को कम करने में बहुत ही असरदार साबित होता है।

4. बादाम और जैतून का तेल (Almond and Olive Oil):

बादाम और जैतून का तेल बालों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं क्योकि ये तेल बालों की जड़ों को गहराई से पोषण देते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं। हफ्ते में 2-3 बार इन तेलों से मालिश करने से सफेद बालों की समस्या से निजात पाई जा सकती है। इसके अलावा, यह बालों को मुलायम और चमकदार भी बनाता है।

5. प्याज का रस (Onion Juice):

प्याज का रस बालों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है इसमें सल्फर की उच्च मात्रा होती है, जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और सफेद बालों को काला करने में मदद करता है। प्याज का रस बालों की जड़ों में नियमित रूप से लगाने से बालों का सफेद होना धीरे-धीरे कम हो जाता है।

6. घी (Clarified Butter):

घी का सेवन सिर्फ सेहत के लिए नहीं, बल्कि बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। हफ्ते में 2 बार बालों में घी की मालिश करने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और सफेद बालों की समस्या कम हो जाती है। घी बालों को प्राकृतिक नमी भी प्रदान करता है।

7. एलोवेरा (Aloe Vera):

एलोवेरा बालों की जड़ों को पोषण देता है और इन्हें मजबूत बनाता है। एलोवेरा के जेल को सीधे बालों पर लगाने से बालों का टेक्सचर बेहतर होता है और बालों की रंगत काली बनी रहती है। इसे बालों में नियमित रूप से लगाने से सफेद बालों की समस्या से राहत मिल सकती है।

8. काली चाय (Black Tea):

काली चाय का इस्तेमाल भी सफेद बालों को काला करने के लिए किया जा सकता है क्योंकि काली चाय में मौजूद टैनिन बालों की रंगत को काला बनाए रखने में मदद करता है। काली चाय को बालों पर लगाने से बालों की प्राकृतिक रंगत वापिस आ सकती है।

डाइट का ध्यान रखें

सफेद बालों की समस्या को रोकने के लिए डाइट का सही होना भी बेहद जरूरी है क्योकि हमारी डाइट का सीधा असर हमारे बालों पर पड़ता है। इसलिए, बालों को सही पोषण देने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। आइए जानते हैं कुछ जरूरी आहार जिनका सेवन बालों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है:

हरी सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन और विटामिन B12 की मात्रा अधिक होती है, जो बालों के लिए जरूरी है।

फल और सूखे मेवे: फलों और सूखे मेवों में विटामिन C, के साथ एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बालों को पोषण देने के साथ-साथ उन्हें सफेद होने से रोकते हैं। खासकर अखरोट, बादाम, और काजू में कॉपर और जिंक की मात्रा अधिक होती है, जो बालों की सेहत को बेहतर बनाते हैं।

दालें और बीन्स: इनमें प्रोटीन और आयरन भरपूर होते हैं, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक हैं। बालों की जड़ों को मजबूत करने के लिए प्रोटीन को हमारी खुराक में लेना जरूरी होता है, जिससे बालों का सफेद होना भी रोका जा सकता है।

अंडे और डेयरी उत्पाद: अंडे और डेयरी उत्पादों में बायोटिन, प्रोटीन और विटामिन B12 की मात्रा पाई जाती है जिससे ये बालों को काला और घना बनाए रखने में मदद करते हैं। विटामिन B12 की कमी से बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं, इसलिए इसे अपनी डाइट में शामिल करना जरूरी है।

विटामिन D से भरपूर खाद्य पदार्थ: विटामिन D बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके अभाव में बालों का सफेद होना तेज हो सकता है। मछली, मशरूम, और दूध जैसे विटामिन D से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन फायदेमंद हो सकता है।

पानी का भरपूर सेवन: बालों को स्वस्थ रखने के लिए हाइड्रेशन का खास ख्याल रखना जरूरी है। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बालों के साथ-साथ स्कैल्प (सर की त्वचा) को भी हाइड्रेटेड रखता है क्योकि जब स्कैल्प हाइड्रेटेड होता है, तो बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और बाल सफेद नहीं होते।

अतिरिक्त सुझाव (Extra Tips)

सफेद बालों की समस्या से निजात पाने के लिए सिर्फ घरेलू उपाय ही नहीं, बल्कि कुछ और सुझावों का भी पालन किया जा सकता है:

1. तनाव को कम करें:

तनाव को नियंत्रित करना सफेद बालों की समस्या को रोकने के लिए बेहद जरूरी है। रोजाना मेडिटेशन (ध्यान) और योग करने से तनाव को कम किया जा सकता है। इससे शरीर और मन दोनों को शांति मिलती है और बालों की सेहत पर भी अच्छा असर पड़ता है। तनाव कम होने से बालों के सफेद होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

2. केमिकल प्रोडक्ट्स से बचें:

बालों पर केमिकल युक्त शैम्पू, कंडीशनर और हेयर कलर का इस्तेमाल कम से कम करें क्योंकि ये केमिकल्स बालों की जड़ों को कमजोर करते हैं और इनके प्राकृतिक रंग को खत्म कर देते हैं। इसके बजाय, हर्बल और नेचुरल उत्पादों का इस्तेमाल करें, जो बालों को नुकसान पहुंचाए बिना उन्हें पोषण दें।

3. बालों की नियमित देखभाल करें:

बालों की नियमित देखभाल से उनकी सेहत को बनाए रखा जा सकता है। हफ्ते में कम से कम 2 बार बालों में तेल की मालिश करें, ताकि बालों को जरूरी पोषण मिल सके। इसके अलावा, बालों को साफ रखना भी जरूरी है ताकि स्कैल्प पर धूल-मिट्टी जमा न हो, जो बालों को नुकसान पहुंचा सकती है।

4. सूरज की हानिकारक किरणों से बालों को बचाएं:

ज्यादा धूप में निकलने से भी बालों की सेहत प्रभावित होती है। सूरज की अल्ट्रावॉयलेट (UV) किरणें बालों की प्राकृतिक रंगत को फीका कर सकती हैं और इन्हें कमजोर बना सकती हैं। जब भी बाहर जाएं, तो बालों को स्कार्फ या टोपी से ढक लें, ताकि सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव हो सके।

5. बालों को बार-बार धोने से बचें:

बालों को बहुत ज्यादा धोने से उनकी नमी चली जाती है, जिससे बाल रूखे और कमजोर हो जाते हैं जिससे यह बालों की जड़ों पर नेगेटिव असर डालता है और बाल सफेद होने लगते हैं। हफ्ते में 2-3 बार से ज्यादा बालों को धोने से बचें और माइल्ड (हल्के) शैम्पू का इस्तेमाल करें।

6. सही तरीके से बालों में कंघी करें:

बालों को कंघी करने का तरीका भी उनके स्वास्थ्य पर असर डालता है। बालों को जोर से खींचकर या गीले बालों में कंघी करने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इसलिए बालों को हमेशा धीरे-धीरे और सूखने के बाद ही कंघी करें।

सफेद बालों से जुड़े कुछ मिथक (Myths about White Hair)

सफेद बालों को लेकर समाज में कई मिथक हैं, जिनकी सच्चाई जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कुछ आम मिथकों के बारे में:

1. एक सफेद बाल तोड़ने से कई और सफेद बाल आ जाते हैं:

यह सबसे आम मिथक है, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। सफेद बाल तोड़ने से उनके आसपास के बाल सफेद नहीं होते। हां, बालों को बार-बार तोड़ने से उनकी जड़ें कमजोर हो सकती हैं, जिससे बाल झड़ सकते हैं।

2. सफेद बाल उम्र बढ़ने का संकेत हैं:

हालांकि सफेद बाल आमतौर पर बढ़ती उम्र का संकेत हो सकते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सिर्फ उम्र बढ़ने की वजह से ही बाल सफेद हों। आजकल युवा उम्र में भी सफेद बालों की समस्या आम हो गई है, जो तनाव, गलत खानपान या अन्य कारणों से हो सकती है।

3. सफेद बालों को हमेशा के लिए रोकना संभव नहीं है:

यह सही नहीं है! सफेद बालों को प्राकृतिक तरीकों से रोका जा सकता है या उनकी प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है। अगर सही देखभाल और डाइट का ध्यान रखा जाए, तो बालों की सेहत को बेहतर बनाया जा सकता है।

4. बालों का सफेद होना रोकने के लिए केवल केमिकल उत्पाद ही कारगर हैं:

यह भी एक मिथक है। कई प्राकृतिक उपाय, जैसे आंवला, करी पत्ते, नारियल तेल, मेहंदी आदि के इस्तेमाल से भी सफेद बालों को काला और स्वस्थ रखा जा सकता है। केमिकल युक्त उत्पादों से बालों को नुकसान हो सकता है, जबकि प्राकृतिक उपाय बिना किसी साइड इफेक्ट्स के बालों को पोषण देते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

सफेद बालों की समस्या आजकल हर उम्र के लोगों में देखने को मिल रही है इसलिए इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे जेनेटिक्स, तनाव, ख़ुराक में कमी, हॉर्मोनल बदलाव और धूम्रपान आदि। हालांकि सफेद बालों को रोकना मुश्किल हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल करके इसे कम किया जा सकता है। सही खानपान, तनाव का प्रबंधन, और बालों की नियमित देखभाल से सफेद बालों की समस्या से काफी हद तक निजात पाई जा सकती है। प्राकृतिक नुस्खे, जैसे आंवला, मेहंदी, करी पत्ते, और नारियल तेल का इस्तेमाल बालों को काला, घना और मजबूत 

बनाए रखने में मदद करता है। सफेद बालों की समस्या से परेशान न हों, बल्कि इन आसान उपायों को अपनाकर अपने बालों की सेहत को बेहतर बनाएं।

 

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