Emotional Sad Shayari | इमोशनल दुःख-भरी शायरियाँ

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Emotional Sad Shayari | इमोशनल दुःख-भरी शायरियाँ

दुनिया के हर बंदे ने कभी न कभी ग़म के साए में सांस ली है ऐसे लम्हों में, शायरी वह ज़ुबान बन जाती है, जो हमारे जज़्बातों को बयां करती है। इमोशनल दुःख-भरी शायरी सिर्फ अल्फ़ाज़ नहीं, बल्कि दिल के ज़ख्मों का मरहम है। इसमें मोहब्बत, तन्हाई, जुदाई और उम्मीद की वो कहानियाँ छुपी होती हैं, जिन्हें हर कोई महसूस करता है।

 

Emotional Sad Shayari | इमोशनल दुःख-भरी शायरियाँ

 

 

इंतज़ार कभी ख़त्म नहीं होता साहब

अगर यकीन नहीं तो इश्क कर के देख लो

 

 

रोज़-रोज़ ना सही मग़र कभी-कभी

 वो शख्श भी मुझे सोचता होगा”

 

जरूरी नहीं हर शिकायत शब्दों में ही की जाए

कुछ नाराजगियाँ चुप रहकर भी जताई जाती है”

 

हालात कह रहा है हम अब मिलेंगे नहीं,

और उम्मीद कह रही है थोड़ा सा इंतज़ार और

 

 

की मालूम है वो अब कहीं और रहते हैं पर

दिल ए दिमाग से वो निकलते ही नहीं

 

बचपन में दुसरो की कहानी सुनकर सोते थे

 आज खुद की कहानी सोचकर रात भर रोते है

 

 

कशिश है तेरे मुक़द्दस का मेरे लफ़्ज तेरे हुस्न का इबारत करता है तुझे इल्म नहीं सदा मेरे प्यार का मेरा हर फ़साना सिर्फ़ तेरा ही ज़िक्र करता है

 

एक नाराजगी सी जरूर है अन्दर,

पर मैं खफा नहीं किसी से।

 

यू ही उदास है दिल बेकरार थोड़ी है

मुझे किसी का कोई इंतज़ार थोड़ी है

 

 

इस दुनिया की एक कड़वी सच्चाई बताऊं आप जिसको सबसे ज़्यादा शिद्दत से चाहते हो सिर्फ वही एक शख्स आपका नहीं होगा”

 

काश लाइफ में भी,

 Create A New Account का Option होता !

 

 

खबर छुपाई गई अफवाह उड़ाई गई

कहानी कुछ और थी सुनाई कुछ और गई..

 

तुम्हारा मिलना अगर मुकद्दर है तो

इंतज़ार में सदिया गुज़ारना मंज़ूर है मुझे”

 

दर्द ने दिल से बात करके कहा,

जा बेमौत मर अब वो तेरा न रहा

 

 

दिल में सिर्फ एक ही शख्स हों,

सामने कितने भी आए कुछ फर्क नहीं पड़ता..!

 

सब अपने से लगते हैं सिर्फ.

बातों से..

 

 

अजीब लोग हैं..

खुशिया छीन कर कहते है खुश रहो..

 

परखा बहुत गया है मुझे

लेकिन समझा नहीं गया

 

चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते,

डर है कहीं कह ना दे कि ये हक तुम्हे किसने दिया..

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